पिथौरागढ़ के होटल श्रेष्ठ में आज ISAA Foundation के सहयोग से सीमांत सेवा फाउंडेशन द्वारा आयोजित दो दिवसीय स्किल डेवलपमेंट एवं क्षमता निर्माण कार्यशाला की शुरुआत हुई। कार्डियोलॉजी, न्यूरो ट्रॉमा और क्रिटिकल केयर केंद्रित इस कार्यशाला का उद्देश्य जिले के डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों को आधुनिक उपचार तकनीकों, जीवन-रक्षक प्रक्रियाओं और आपातकालीन प्रबंधन की उन्नत ट्रेनिंग प्रदान करना है।
कार्यक्रम में देश के तीन प्रमुख संस्थानों से विशेषज्ञ डॉक्टरों —
AIIMS नई दिल्ली के डॉ. मोहित जोशी,
SRMS बरेली के डॉ. निपुण अग्रवाल,
और श्री वेदांता हॉस्पिटल बरेली के डॉ. दीप पंत
— ने प्रशिक्षण सत्र संचालित किए। प्रतिभागियों को क्रिटिकल केयर प्रबंधन, आपातकालीन हस्तक्षेप और गंभीर रोगियों की देखभाल पर विस्तृत व्यावहारिक शिक्षण दिया गया।
इसी क्रम में SRMS बरेली की टीम ने PGI और मानस एकेडमी के नर्सिंग छात्रों के साथ-साथ टैक्सी संचालकों को CPR और फर्स्ट एड की विशेष ट्रेनिंग दी। सीमांत सेवा फाउंडेशन ने सभी टैक्सी चालकों को तैयार फर्स्ट एड किट भी वितरित की, ताकि दुर्घटना या आपात स्थिति में वे तुरंत प्राथमिक उपचार दे सकें।
मेयर कल्पना देवलाल कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहीं और उन्होंने सीमांत सेवा फाउंडेशन के कार्यों की खुलकर प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि—
“पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क दुर्घटनाओं, अचानक होने वाली स्वास्थ्य आपात स्थितियों और उपचार में देरी जैसी चुनौतियों के बीच सीमांत सेवा फाउंडेशन ने जिस तरह CPR ट्रेनिंग, फर्स्ट एड किट वितरण और नेत्र स्वास्थ्य सेवाएँ शुरू की हैं, वह पिथौरागढ़ के लिए अत्यंत उपयोगी और अनुकरणीय है। सीमांत नेत्रालय से हजारों मरीजों को लाभ हुआ है, यह जिले के लिए गर्व की बात है।”
उनकी बातों ने पूरे कार्यक्रम में सकारात्मक ऊर्जा और प्रेरणा का संचार किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी आशीष भटगई ने किया। उन्होंने ISAA Foundation द्वारा सीमांत सेवा फाउंडेशन को प्रदान की गई मोबाइल मेडिकल यूनिट की विशेष प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह यूनिट दूरस्थ और पर्वतीय गाँवों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी जी.एस. नबियाल ने सीमांत द्वारा चलाए जा रहे निःशुल्क चिकित्सा शिविरों की तारीफ की और कहा कि यह पहल उन लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुँचा रही है, जो अक्सर अस्पताल तक नहीं पहुँच पाते।
सीमांत सेवा फाउंडेशन के पदाधिकारी और स्वयंसेवक पूरे आयोजन में मौजूद रहे और सुचारू संचालन सुनिश्चित करते रहे।
ISAA Foundation, विशेषज्ञ डॉक्टरों, प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं के इस संयुक्त प्रयास ने कार्यशाला को जनहित में एक प्रेरणादायक और प्रभावशाली पहल बना दिया है।
पिथौरागढ़ की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने की दिशा में यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है।



