जिलाधिकारी की “क्विक एक्शन, क्विक डिसिजन एवं क्विक डिस्पोजल” कार्य संस्कृति ने लोगों का जिला प्रशासन के प्रति बढ़ाया विश्वास।
जन मिलन कार्यक्रम में आई 35 समस्याओं का किया गया त्वरित निस्तारण।
चंपावत : जिला प्रशासन द्वारा आयोजित जन मिलन कार्यक्रम लगातार जनसमस्याओं की कसौटी में खरा उतरने के कारण यहां दिनों दिन फरियादियों की लंबी कतार लगने लगी है साथ ही इस आयोजन से लोग प्रशासन के निकट आते जा रहे हैं। सोमवार को आयोजित जन मिलन कार्यक्रम में भारी वर्षा के बावजूद भी 35 लोगों द्वारा अपनी समस्याएं दर्ज की गई। इसमें अधिकांश समस्याओं का जिलाधिकारी ने मौके पर ही निस्तारण किया गया। जो वर्षों से सिस्टम में उलझी हुई थी। गैंड़ाखाली टनकपुर से आए भरत लाल की पत्नी हंसा देवी की मौके में ही वृद्धा पेंशन लगाने के साथ ही उनकी 200 मीटर सड़क की मांग भी पूरी हो गई। इसके लिए वे वर्षों से सिस्टम के चक्कर काट रहे थे। डीएम ने जन मिलन समारोह में गैर मौजूद दो अधिकारियों के वेतन रोकने के साथ जिला पंचायत के एएमए एवं चंपावत लोनिवि के ईई को लापरवाही बरतने पर उन्हें काफी लताड़ा। लगभग तीन घंटे तक चले इस कार्यक्रम में बजौन के ईश्वरी दत्त की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब उनकी पुत्री के विवाह का अनुदान तीन वर्ष से लटकी धनराशि एक हफ्ते के देने का निर्देश दिया गया। इस जन मिलन कार्यक्रम की विशेषता यह थी कि कई आवेदन पत्रों पर कुछ कमियां जो थी जिलाधिकारी द्वारा मौके के ही उनमें सुधार कराकर उनका निस्तारण किया गया। हर समस्या के निस्तारण के लिए लक्ष्मण रेखा भी खींच दी। लोगों के जो मामले राज्य स्तर पर लटके हुए थे जिलाधिकारी द्वारा फोन से संबंधित अधिकारी से बात कर मौके पर ही उनका निस्तारण किया। कठाड के लक्ष्मण सिंह को पॉलिटी फार्म का अनुदान राशि एक सप्ताह में मिलने का जहां भरोसा दिलाया गया वहीं खेतीगढ़ मानेश्वर सड़क मार्ग के निर्माण में एक व्यक्ति द्वारा पैदा की जा रही बाधा को दूर करते हुए डीएम ने लोनिवि के अधिकारियों से सड़क निर्माण कार्य शुरू करने को कहा। बसौटा गांव के भुवन बिष्ट की पेयजल योजना का एक हफ्ते में निर्माण पूरा करने के साथ बाजरिकोट खूंटी के दीपक तिवारी की 200 मीटर सड़क को आपदा से ठीक करने के निर्देश दिए गए। इसके लिए श्री तिवारी आठ वर्षों से परेशान थे। खेतीग़ाड को सड़क से जोड़ने की मांग को लेकर आए ग्रामीणों ने जिलाधिकारी द्वारा “क्विक एक्शन” लिए जाने पर उनके प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री की घोषणा में शामिल घिंघारुकोट-बांस बस्वाड़ी सड़क को प्राथमिकता देते डीएम ने भूमि के बदले भूमि उपलब्ध किए जाने के निर्देश दिए। सामाजिक कार्यकर्ता नंदू पाण्डेय द्वारा इस ओर जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि इस सड़क के बनने से घाटी क्षेत्र में आर्थिक क्रांति आने के साथ यहां के लोगों का जीवन सरल हो जाएगा। जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि जिन गरीब लोगों को मासिक पेंशन मिलती है यदि उनके बच्चे 20 वर्ष की उम्र पार कर जाएं तो भी उनकी पेंशन जारी रहेगी। अमोडी महाविद्यालय की ओर हो रहे कोईराला नदी के रुख को देखते हुए धारा का प्रवाह मोड़ने के साथ डीएम ने आपदा से विभिन्न विभागों को हो रही क्षति का दैनिक रिपोर्ट देने के आदेश दिए। जन मिलन कार्यक्रम में आए लोगों को डीएम के “क्विक डिसिजन एवं क्विक डिस्पोजल” की स्टाइल इसी पसंद आई कि वह यहां से आश्वस्त होकर लौटे कि अब उनकी समस्या का अवश्य समाधान हो जाए। इस आयोजन में एसपी अजय गणपति, सीडीओ डॉ. गणेश सिंह खाती, एडीएम जयवर्धन शर्मा, सीएमओ डॉ. देवेश चौहान, एसडीएम नितेश डांगर, डीएसओ प्रियंका जोशी, लोनिवि एक्यूटिव इंजीनियर हितेश कांडपाल समेत तमाम जिलास्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
फोटो : जन मिलन कार्यक्रम में खेतीगाड़ से आए लोग डीएम को ज्ञापन देते हुए।

