चंपावत 01 नवंबर 2025,
*प्रत्येक गांव को सहकारी समिति से जोड़ने, पैक्स को ई-मॉड्यूल में बदलने के दिए निर्देश*
*जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई जिला सहकारी विकास समिति की बैठक — सहकारिता को सशक्त बनाने पर जोर*
शनिवार को जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सहकारी विकास समिति (DCDC) की बैठक कलक्ट्रेट सभागार चम्पावत में सम्पन्न हुई। बैठक में सहकारिता, कृषि, पशुपालन, मत्स्य, उद्यान, स्वास्थ्य एवं डिजिटल सेवाओं से संबंधित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई तथा आगामी कार्ययोजनाओं के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि सहकारी समितियाँ एवं पैक्स (PACS) को सशक्त बनाकर ही जिले में समावेशी आर्थिक विकास को गति दी जा सकती है। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक ग्राम को सहकारी समिति या पैक्स से आच्छादित किया जाए तथा समितियों की संख्या बढ़ाकर उन्हें अधिक क्रियाशील, आत्मनिर्भर एवं मजबूत बनाया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि खाली पड़े सरकारी भवनों का उपयोग अन्न भंडारण केंद्र के रूप में किया जाए तथा पुरानी समितियों को पुनः सक्रिय कर उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जाए। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को बिना सरकारी आर्थिक सहयोग के भी समितियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने महिला फेडरेशनों और स्वयं सहायता समूहों को सहकारी समितियों से जोड़ने तथा कृषि उत्पादन केंद्रों को किसानों के लिए अधिक सुगम और उपयोगी बनाने पर बल दिया।
बैठक में सहकारिता विभाग की ओर से अवगत कराया गया कि पैक्स कंप्यूटराइजेशन में जनपद चम्पावत पूरे प्रदेश में अग्रणी है। यह भी बताया गया कि जिले की 15 समितियाँ 15 नवम्बर 2025 तक ई-मॉड्यूल पैक्स (e-MPACS) में परिवर्तित हो जाएँगी।
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि वे समय-समय पर संबंधित विभागों के साथ बैठक कर सहकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, मुख्य कृषि अधिकारी श्री धनपत कुमार, सहायक निबंधक सहकारिता श्री प्रेम प्रकाश, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. वसुंधरा गर्ब्याल, सहायक परियोजना निदेशक विमी जोशी , जिला प्रबंधक नाबार्ड श्रीमती स्वाति कार्की सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।


