चंपावत 29 जुलाई 2025,
*स्वयं सहायता समूहों के साथ क्लस्टर आधारित मत्स्य पालन को बढ़ावा देने पर जोर: जिलाधिकारी*
जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार ने मंगलवार को केंद्रीय शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान के प्रायोगिक मत्स्य प्रक्षेत्र, मुड़ियानी का भ्रमण कर संस्थान की शोध एवं प्रशिक्षण गतिविधियों का अवलोकन किया।
भ्रमण के दौरान अधिकारियों ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि संस्थान द्वारा हिमालयी क्षेत्र में विशेष रूप से रेनबो ट्राउट जैसी ठंडे पानी की मछली प्रजातियों की पैदावार, कल्चर, ब्रीडिंग तथा इनसे संबंधित तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
संस्थान द्वारा सजावटी मछलियों की ब्रीडिंग, प्रजनन व व्यावसायिक उत्पादन के क्षेत्र में की जा रही पहल की भी जिलाधिकारी ने सराहना की।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद चंपावत में मत्स्य पालन को आजीविका के रूप में विस्तार देने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों और महिला सहकारी समितियों को इससे जोड़ते हुए क्लस्टर आधारित मत्स्य पालन को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहयोग के माध्यम से जनपद के युवाओं एवं महिलाओं को इस क्षेत्र में दक्ष बनाया जाए, जिससे स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के नए अवसर उत्पन्न हों।
निरीक्षण के दौरान संस्थान के वैज्ञानिकों ने बताया कि संस्थान द्वारा उत्तराखंड सहित समूचे हिमालयी क्षेत्र में ट्राउट उत्पादन को लेकर नियमित शोध, प्रशिक्षण और उद्यमिता विकास कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।


