चम्पावत 12 दिसंबर, 2025
*“निराश्रित पशुओं पर नियंत्रण के लिए जिलाधिकारी की सख्त कार्ययोजना — उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन को लेकर सभी विभागों को स्पष्ट आदेश”*
मा. उच्चतम न्यायालय द्वारा स्वतः संज्ञानित “In city hounded by stray, kids pay price” रिट पिटीशन के अनुपालन में जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार ने जिला सभागार में संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की।
बैठक में जनपद में निराश्रित पशुओं की समस्या के प्रभावी समाधान हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए।
जिलाधिकारी ने सभी कार्यालयाध्यक्षों को अपने-अपने कार्यालयों में एक नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिए, जो परिसर में निराश्रित पशुओं की रोकथाम, निगरानी तथा त्वरित संज्ञान की जिम्मेदारी संभालेंगे।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी सरकारी कार्यालय, विद्यालय, महाविद्यालय, अस्पताल, स्पोर्ट्स कॉलेज, बस स्टेशन, रेलवे परिसर सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर निराश्रित पशुओं का प्रवेश और विचरण किसी भी स्थिति में न होने दिया जाए। संबंधित अधिकारी नियमित निगरानी सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने NHAI, PWD तथा अन्य सड़क निर्माण/रखरखाव एजेंसियों को निर्देशित किया कि वे सड़क मार्गों पर निराश्रित पशुओं की रोकथाम हेतु ठोस कार्ययोजना तैयार करें, ताकि सड़क दुर्घटनाओं की संभावनाएँ कम हों और आवागमन सुचारू रहे।
इसके अतिरिक्त पशुपालन विभाग, जिला पंचायत एवं नगर निकायों को निर्देश दिए गए कि जो व्यक्ति निराश्रित पशुओं को खुले में छोड़ते हैं, उनके विरुद्ध चालानी कार्रवाई की जाए, ताकि इस तरह की लापरवाही रोकी जा सके।
डॉग बाइट (कुत्ता काटने) के मामलों से प्रभावी रूप से निपटने के लिए जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को कार्ययोजना तैयार करने तथा सभी राजकीय एवं निजी अस्पतालों में रैबीज़ प्रतिरोधी टीकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
साथ ही, जनपद में पशु जन्म नियंत्रण (ABC) केंद्रों की स्थापना हेतु संबंधित अधिकारियों को प्रभावी एवं त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश प्रदान किए गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि निराश्रित पशुओं की समस्या जन-सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं ट्रैफिक प्रबंधन से सीधे जुड़ी हुई है, इसलिए सभी विभाग इसे प्राथमिकता के साथ लें और समन्वय बनाकर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ जी एस खाती, अपर जिलाधिकारी श्री कृष्णनाथ गोस्वामी, जिला विकास अधिकारी श्री दिनेश सिंह दिगारी, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी चम्पावत डॉ वसुंधरा गर्ब्याल, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका परिषद चम्पावत श्री भरत त्रिपाठी सहित विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य व अधिकारी उपस्थित रहे।

