चम्पावत 30 अक्टूबर 2025,
*ग्रामोत्थान परियोजना से सरिता देवी ने रची नई सफलता की कहानी*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण आजीविका सुधार एवं महिला सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे प्रयास अब धरातल पर सकारात्मक परिवर्तन ला रहे हैं। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है, विकासखण्ड लोहाघाट के चिड़ियादूंगा गांव की निवासी श्रीमती सरिता देवी की प्रेरणादायक सफलता, जिन्होंने सरकारी सहायता और अपने परिश्रम से आत्मनिर्भरता की मिसाल कायम की है।
भूम्या बाबा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी सरिता देवी और उनके पति श्री गणेश गिरी पहले मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। पारंपरिक रूप से वे एक बद्री नस्ल की गाय पालती थीं, जिससे मात्र 1-2 लीटर दूध ही मिलता था और परिवार की आय सीमित थी।
राज्य सरकार द्वारा संचालित एवं ग्रामोत्थान परियोजना (IFAD) द्वारा वित्तपोषित योजना ने उनके जीवन में नया मोड़ लाया।
समूह बैठकों के दौरान जब सरिता देवी की आर्थिक स्थिति पर चर्चा हुई, तो समूह की सभी महिलाओं ने सर्वसम्मति से उनका नाम अल्ट्रा पुअर योजना के लिए सुझाया। परियोजना टीम द्वारा भौतिक सत्यापन एवं आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण करने के पश्चात ₹35,000/- की ब्याजमुक्त धनराशि उनके खाते में हस्तांतरित की गई। इस धनराशि से उन्होंने एक जर्सी गाय खरीदी, जिसका बीमा भी पशुपालन विभाग के सहयोग से कराया गया।
सरिता देवी बताती हैं “पहले मेरी पुरानी गाय 1-2 लीटर दूध देती थी, लेकिन अब नई जर्सी गाय प्रतिदिन 6-7 लीटर दूध देती है। घर की जरूरत के बाद मैं लगभग 5 लीटर दूध ₹40 प्रति लीटर की दर से बेचती हूँ। इससे मुझे लगभग ₹6,000 प्रतिमाह की आय होती है, जिसमें ₹4,000 शुद्ध लाभ है।”
अब सरिता देवी का परिवार आर्थिक रूप से सशक्त हुआ है। वे आत्मनिर्भर बन चुकी हैं और अपने गाँव की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनी हैं।

