स्लग- प्रतिदिन 30 से 35 हजार दर्शनार्थि कर रहे हैं मां पूर्णागिरी के दर्शन अब तक लगभग 5 लाख दर्शनार्थि कर चुके हैं मां पूर्णागिरी के दर्शन
स्थान -पूर्णागिरी क्षेत्र चंपावत
चंपावत जिले के टनकपुर के पूर्णागिरी क्षेत्र से है आप सभी को ज्ञात है की 90 दिनों तक चलने वाला उत्तर भारत का सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरी मेला चल रहा है और नवरात्र भी चल रहे हैं आपको बता दें कि 15 मार्च को मां पूर्णागिरी के सुप्रसिद्ध मेले का शुभारंभ हुआ था और आज तक लगभग 5 लाख दर्शनार्थी माता रानी के दर्शन कर चुके हैं व प्रतिदिन लगभग 30 से 35 दर्शनार्थी मां के दर्शन कर रहे हैं नवरात्रि के प्रथम दिन लगभग 80 हजार लोगों ने माता रानी के दर्शन किए मां पूर्णागिरी के दर्शन के लिए संपूर्ण भारत से श्रद्धालु दर्शन हेतु आते हैं माना जाता है की जो भी श्रद्धालु मां पूर्णागिरी के दर्शन के लिए आता है उसकी मनोकामना पूरी होती है वह मां पूर्णागिरी का मंदिर 9 शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ है बताते हैं की इस शक्तिपीठ में मां की नाभि का स्वरूप है व जो भी श्रद्धालु यहां प्रदर्शन के लिए आता है मना जाता है उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है लोग बच्चों के मुंडन भी यहां पर करते हैं श्रद्धालु मां के दर्शन के पश्चात नेपाल के ब्रह्मदेव में जाकर ब्रह्मदेव बाबा के दर्शन करते हैं तत्पश्चात मां पूर्णागिरी की यात्रा पूर्ण मानी जाती है मित्र देश नेपाल से भी दर्शनार्थी यहां पर दर्शन के लिए आते हैं यह मंदिर चंपावत जिले के टनकपुर से लगभग 42 किलोमीटर की दूरी पर मां पूर्णागिरी धाम के नाम से जाना जाता है जिला पंचायत द्वारा मेले की समूची व्यवस्था की जा रही है वह प्रथम बार सुलभ इंटरनेशनल को सफाई की जिम्मेदारी सौंप गई है व सुलभ इंटरनेशनल द्वारा लगभग 90 सफाई कर्मचारी के माध्यम से मां पूर्णागिरी धाम की सफाई व्यवस्था की जा रही है व 7 सुपरवाइजर भी लगाए गए हैं वही मीडिया से रूबरू होते हुए मेला अधिकारी द्वारा बताया गया की हमारे द्वारा बिजली,पानी की उचित व्यवस्था बूंम मंदिर से लेकर माता मंदिर तक की जा रही है सफाई की व्यवस्था उचित है वह लाइट हेतु बूंम मंदिर से लेकर माता रानी मंदिर तक विभिन्न प्रकार की लाइट की व्यवस्था की गई है साथ ही जनरेटर की व्यवस्था है रात में लाइट जाने पर जनरेटर के माध्यम से लाइट की उचित व्यवस्था की जा रही है

